दीपावली पर वायु प्रदूषण में हुआ उछाल, पर पिछली बार के मुकाबले मिली राहत

देहरादून में AQI 254 (घंटाघर) और 230 (नेहरू कॉलोनी) दर्ज, 2024 की तुलना में प्रदूषण स्तर में स्पष्ट कमी

दीपावली पर राजधानी दून में इस बार पटाखों की आवाजें जरूर गूंजीं, लेकिन प्रदूषण के स्तर में पिछले वर्ष की तुलना में स्पष्ट कमी दर्ज की गई है। उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, दीपावली की रात देहरादून के घंटाघर क्षेत्र का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 254 और नेहरू कॉलोनी का AQI 230 दर्ज किया गया। यह दोनों ही आंकड़े ‘खराब’ श्रेणी में आते हैं, लेकिन वर्ष 2024 की तुलना में घंटाघर पर 34 और नेहरू कॉलोनी पर 13 अंक कम प्रदूषण दर्ज हुआ है।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने इसे ‘कंट्रोल में प्रदूषण’ मानते हुए राहत की बात कही है, क्योंकि पिछले वर्षों की तुलना में हवा काफी हद तक साफ रही।

प्रमुख शहरों में वायु गुणवत्ता की स्थिति:

शहर AQI श्रेणी पिछले वर्ष के मुकाबले सुधार
देहरादून (घंटाघर) 254 खराब 34 अंक बेहतर
देहरादून (नेहरू कॉलोनी) 230 खराब 13 अंक बेहतर
ऋषिकेश 135 मध्यम 38 अंक बेहतर
टिहरी 66 संतोषजनक पहली बार मूल्यांकन
काशीपुर 265 खराब –
रुद्रपुर 241 खराब –
हल्द्वानी 194 मध्यम –
हरिद्वार 190 मध्यम –
नैनीताल 111 मध्यम –
टिहरी में सुखद स्थिति: प्रदेश में सबसे सुखद स्थिति टिहरी में रही, जहां दीपावली की रात AQI 66 दर्ज हुआ और यह ‘अच्छी से संतोषजनक’ श्रेणी में रहा। टिहरी में यह पहली बार था जब दीपावली पर हवा की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया गया।

प्रदूषण घटाने का नया प्रयोग सफल: ड्रोन से की गई जल बौछार :


प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अमित पोखरियाल ने बताया कि इस बार शहर के नौ प्रमुख स्थानों — जैसे घंटाघर, राजपुर रोड, आइएसबीटी और सर्वे चौक — पर ड्रोन के माध्यम से पानी की बौछारें छोड़ी गईं। इस तकनीक के उपयोग से धूल और धुएं के कणों को वायुमंडल से नीचे बैठाने में मदद मिली। ऋषिकेश में भी चार प्रमुख स्थानों पर इसी तकनीक से हवा को स्वच्छ बनाए रखने की पहल की गई। अधिकारियों का मानना है कि यह प्रयोग आगामी त्योहारों में भी जारी रखा जाएगा।

दीपावली दो दिन में बंटने से भी मिली राहत :


इस बार दीपावली की तारीख को लेकर बनी भ्रम की स्थिति ने भी पर्यावरण को थोड़ी राहत दी। कई परिवारों ने सोमवार को दीपावली मनाई, जबकि कुछ ने मंगलवार को। नतीजतन, पटाखों की खपत दो दिनों में विभाजित हो गई, जिससे एक ही रात में प्रदूषण का दबाव कम पड़ा।

AQI श्रेणियां:

0–50: अच्छी;

51–100: संतोषजनक;

101–200: मध्यम;

201–300: खराब;

301–400: बहुत खराब;

401 व अधिक: अति गंभीर।


13 अक्टूबर से निगरानी, 27 अक्टूबर तक जारी रहेगा आकलन:


उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने दीपावली से एक सप्ताह पहले ही वायु निगरानी अभियान शुरू कर दिया था। 13 अक्टूबर से लगातार देहरादून, ऋषिकेश और टिहरी में हवा की गुणवत्ता की माप ली जा रही है, जो 27 अक्टूबर तक जारी रहेगी।

वर्षवार दीपावली पर वायु गुणवत्ता (AQI) का तुलनात्मक विश्लेषण:

वर्ष         घंटाघर   नेहरू कॉलोनी   ऋषिकेश
2025     254         230                135
2024     288         243                173
2023     333         349                196
2022     252         242                236
2021     248         306                257                 2020     317 (केवल एक स्थल) –    198

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